जिस दिन हर इंसान समान माना जाएगा ,
जिस दिन इंसान ही इंसान के काम आएगा ,
उस दिन ये झंडा ऊंचा लहराएगा ,
उस दिन ये देश सही मायने में स्वतंत्र हो जायेगा |
जब धर्म से नहीं कर्म से इंसान पहचाना जायेगा ,
जब हिन्दू मुस्लिम के घर और मुस्लिम हिन्दू के घर खाएगा ,
उस दिन खून में देश भक्ति का जज़्बा दौड़ जायेगा ,
उस दिन ये देश सही मायने में स्वतंत्र हो जायेगा |
जिस दिन सिर्फ सरहद पे हे नहीं होगी जंग ,
लालच, रिश्वत खोरी और भ्रष्टता को भी देश द्रोह समझा जायेगा ,
उस दिन मुझे भारतीय कहलाने में फक्र महसूस होगा,
उस दिन ये देश सही मायने में स्वतंत्र हो जायेगा |
जिस दिन मेरा हर नेता देश भक्ति को दिल में बसाएगा ,
कुर्सी पे राज के लिए नहीं पर देश सेवा के लिए आएगा ,
जिस दिन हर नेता एक नागरिक और हर नागरिक नेता बन जायेगा ,
उस दिन ये देश सही मायने में स्वतंत्र हो जायेगा |